SIP VS SSY : भारतीय नागरिकों के लिए देशभर में बहुत सी निवेश स्कीम चलाई जाती हैं, जिसमें से कुछ निवेश योजनाएं बहुत ही विशेष हैं। जिनके लिए माता-पिता को चिंता रहती है, जिससे कि वह अपने बच्चों के लिए निवेश करके आर्थिक रूप से सपोर्ट प्रदान कर सकें। इसी के साथ आपको बता दें कि इस लिस्ट में एसआईपी एवं एसएसवाई निवेश योजना बहुत ही प्रमुख हैं। जिसमें निवेश करके लंबी अवधि के लिए अच्छा अमाउंट बनाया जा सकता है।
इसी के साथ बता दें की निवेश स्कीम के अंतर्गत आपको हाई रिटर्न प्रॉफिट के लिए अधिकतम ब्याज मिलता है, जिससे कि निवेश अमाउंट मल्टीप्ल हो जाता है। इसीलिए आज हम आपको एसआईपी एवं एसएसवाई योजना के अंतर्गत सभी विशेष जानकारी साझा करने वाले हैं। जिसके अनुसार आप किसी भी एक निवेश योजना में निवेश करना शुरू कर सकते हैं, इसीलिए इस लेख में दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
SIP VS SSY Scheme
एसआईपी एवं एसएसवाई दोनों योजनाएं निवेश योजनाओं के अंतर्गत आती हैं। जिनमें कोई भी निवेशक व्यक्ति निवेश करके लंबी अवधि के लिए प्रक्रिया जारी रख सकता है। इसी के साथ आपको बता दें कि इन दोनों योजना के माध्यम से लाखों रुपए निवेश करके लाखों का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही SIP योजना एक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान योजना है, SSY सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत आती है जो की एक सरकारी योजना है।
हालांकि सुकन्या समृद्धि योजना केवल 10 वर्ष आयु सीमा की कम उम्र वाली लड़कियों के लिए ही वैद्य है। बल्कि SIP का लाभ कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में प्राप्त कर सकता है, जो कि किसी भी बैंक के माध्यम से शुरू की जा सकती है। इसलिए दोनों योजनाएं निवेश योजना होकर भी अलग-अलग प्रकार से कार्य करती हैं, इसीलिए इस योजनाओं के बारे में जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है।
SIP VS SSY का उद्देश्य
एसआईपी एवं एसएसवाई दोनों निवेश योजनाओं का उद्देश्य नागरिकों को आर्थिक रूप से लाभ प्रदान करना है। जिससे कि व्यक्ति निवेश करके अधिक से अधिक धनराशि प्राप्त कर सकें। इसीलिए दोनों योजनाओं को भलीभांति संचालित किया जा रहा है। जिसको कुछ नियमों एवं शर्तों के अंतर्गत रखा गया है। इसी के साथ आपको बता दें कि SSY एक ऐसी योजना है, जिसको पूर्ण रूप से सरकार के विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है। बल्कि एसआईपी बैंक विभाग के अधीन है, जिसमें डाकघर बैंक विभाग भी शामिल है।
SIP स्कीम के अंतर्गत बेहतर रिटर्न
एसआईपी एक प्रकार का म्युचुअल फंड निवेश है, इसमें व्यक्ति को कुछ समय के लिए एक निश्चित धनराशि जमा करनी होती है। इसके पश्चात निवेश धनराशि में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होती है। हालांकि यह एक निवेश करने का थोड़ा बहुत जोखिम भरा तरीका है। परंतु एक आकलन के अनुसार आपकी जानकारी के बता दें की यदि आप 15,000 रुपए प्रति माह का निवेश 15 सालों के लिए करते हैं, तो आपको कुल 9 लाख रुपए निवेश करना होगा। लेकिन यह 900000 रुपए 15 साल के पश्चात 14% ब्याज दर के साथ लगभग 30 लाख 64 हजार रुपए के आसपास हो जाता है।
SSY स्कीम से मिलेगा निवेशकों को रिटर्न
SSY जिसको सुकन्या समृद्धि योजना के नाम से जाना जाता है। यह योजना खासकर बालिकाओं के लिए शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत 10 वर्ष की कम आयु वाली बालिकाएं योग्य हैं। इसी के साथ आपको बताने की इस स्कीम के अंतर्गत ढाई सौ रुपए से निवेश करना शुरू कर सकते हैं, जो की अधिकतम 1,50,000 रुपए तक का होता है। साथ ही इस धनराशि के निवेश की आयु सीमा 21 वर्ष तक है।
यदि इस योजना के अंतर्गत कोई भी बालिका 15 साल के लिए ₹5000 प्रतिमाह निवेश करती है, तो वह 21 वर्ष की आयु सीमा तक लगभग 27 लाख 71 हजार 31 रुपए हो जाती है। बल्कि निवेश धनराशि 9 लाख रुपए होती है।