Financial Education Kya Hai : नमस्कार दोस्तों किसी भी व्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए फाइनेंशियल तौर पर स्वतंत्र होना बहुत ही आवश्यक है। इसके लिए व्यक्ति को फाइनेंशियल एजुकेशन की जानकारी होनी चाहिए, इस एजुकेशन का ज्ञान बच्चों को माता-पिता बचपन से ही देना शुरू कर सकते हैं। जिससे कि वह फाइनेंशियल एजुकेशन के बारे में अच्छी तरह से सीख सकेंगे।
इसी के साथ आपकी जानकारी के लिए बता दें की फाइनेंशियल एजुकेशन को बिल्कुल पालन पोषण की तरह महत्व देना चाहिए। क्योंकि किसी भी बच्चे के जीवन में पालन पोषण का महत्व होने से उसका भविष्य स्वतंत्र नहीं होता है, इसीलिए बच्चों को पालन पोषण के साथ Financial Education से अवगत कराना भी बहुत आवश्यक है।
Financial Education Kya Hai
देश के प्रत्येक नागरिक को आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के लिए फाइनेंशियल एजुकेशन की शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। इसके अंतर्गत कमाई, खर्च एवं बचत पर विशेष रूप से ध्यान देना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि देशभर में प्रत्येक परिवार का एक निर्धारित बजट होता है, जिसके आधार पर वह चलता है। इसीलिए जो भी फाइनेंशियल एजुकेशन के अनुसार प्लानिंग करते हैं, वह अपने परिवार को भलीभांति आर्थिक रूप से संतुष्ट रखते हैं।
इसीलिए फाइनेंशियल एजुकेशन के बारे में बच्चों का जानना भी बहुत ही आवश्यक है। जिससे कि वह बचपन से ही फाइनेंस संबंधित सिद्धांत बनाकर जल्द से जल्द फाइनेंशियल फ्रीडम को प्राप्त कर सकते हैं। इसी के साथ आपको बता दें कि फाइनेंशियल फ्रीडम का मतलब आर्थिक तौर पर स्वतंत्र होना है, जिसमें व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आर्थिक स्तर पर समस्याओं का सामना नहीं करना होता है।
बचपन में ही फाइनेंशियल एजुकेशन की शिक्षा दें
प्रत्येक व्यक्ति को अपने बच्चों को शुरुआती जीवन से ही फाइनेंशियल एजुकेशन की शिक्षा दिन चाहिए। जिससे कि वह अपने स्तर पर फाइनेंस को समझ सकेंगे। जिससे कि बच्चों को किशोरावस्था तक फाइनेंशियल की अच्छी खासी जानकारी हो जाएगी।
बेसिक मैनेजमेंट सिखाएं
बच्चों को बेसिक स्तर पर मैनेजमेंट के बारे में बताना चाहिए। जिसमें कमाई, खर्च और बचत की जानकारी देना बहुत ही आवश्यक है। इस प्रक्रिया को आप अपने घर के बजट मैनेजमेंट के अनुसार भी समझा सकते हैं। जिससे की बच्चों को प्रैक्टिकल लाइफ में मैनेजमेंट का उदाहरण मिल जाएगा।
फाइनेंस सम्बंधित टर्म बताएं
इसी के साथ जब आपका बच्चा बेसिक स्तर पर फाइनेंशियल एजुकेशन को समझ जाए, तो उसको फाइनेंस से संबंधित टर्म का ज्ञान देना चाहिए। जिसमें ब्याज, बचत एवं लोन की जानकारी देना आवश्यक है। इसके लिए बच्चे का सेविंग अकाउंट भी खुलवा सकते हैं, जिसके माध्यम से वह प्रैक्टिकली सिख सकेगा।
लांग टर्म निवेश की सलाह
इसी के बच्चे को फाइनेंस के तौर पर धैर्य रखना सिखाया जाना चाहिए। जिससे कि बच्चे लांग टर्म निवेश करना सीख सकें। इसमें सबसे बड़ा महत्व धनराशि ग्रोथ का होता है, जिसको बच्चे सीख जाते हैं तो उनके लिए यह एक बहुत बड़ा अवसर होता है। जिसके अंतर्गत वह लांग टर्म निवेश में अधिकतम प्राफिट के साथ रिटर्न प्राप्त करेंगे।
धनराशि कमाने का अवसर
इसी के साथ फाइनेंशियल तौर पर फ्रीडम प्राप्त करने के लिए सबसे आवश्यक धनराशि कमाना होता है, इसके लिए बच्चों को प्रोत्साहित करते रहना चाहिए। जिसके अंतर्गत सीखाना चाहिए कि रुपए कमाने से रिवॉर्ड प्राप्त होते हैं और व्यक्ति को निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
लोन से अवगत कराएं
इसके पश्चात बच्चे को लोन संबंधित जानकारी से अवगत कराना बहुत ही आवश्यक है। इसके माध्यम से बच्चे सीखते हैं, कि लोन कैसे प्राप्त करें? और उसका भुगतान करने पर क्या-क्या प्रॉफिट मिलते हैं। इससे बच्चों को अपनी फाइनेंशियल स्थिति के तौर पर लोन लेने संबंधित ज्ञान प्राप्त होगा।