Cryptocurrency Ka Bhavishya : नमस्कार दोस्तों क्रिप्टोकरंसी वर्तमान समय में सबसे चर्चित डिजिटल करेंसी के तौर पर विद्यमान है। जिसके अंतर्गत लगातार निवेशकों की वृद्धि हो रही है, जो की क्रिप्टोकरंसी में निवेश करना पसंद कर रहे हैं। इसके अनुसार यह अनुमान लगाया जा सकता है कि क्रिप्टोकरंसी का भूतकाल काफी अच्छा रहा है। लेकिन आज हम आपसे भूतकाल की बात नहीं बल्कि भविष्य की बात करने वाले हैं कि क्रिप्टोकरंसी का भविष्य कैसा है?
दरअसल वर्तमान समय में क्रिप्टोकरंसी से संबंधित सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है, कि भविष्य में क्रिप्टोकरंसी किस स्थान पर होगी। क्योंकि पिछले कुछ सालों में क्रिप्टोकरंसी की गति को देखते हुए यह अनुमान लगा पाना मुश्किल हो रहा है कि क्रिप्टो करेंसी भविष्य मैं निवेशकों को मालामाल करेगी या कि नहीं। इसलिए इस लेख में हम आपको क्रिप्टो करेंसी के भविष्य से संबंधित कुछ जानकारी साझा करने वाले हैं।
Cryptocurrency Ka Bhavishya
क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वाले निवेशक मालामाल हो गए हैं, क्योंकि साल 2009 में शुरू हुई क्रिप्टो करेंसी के अंतर्गत बिटकॉइन ने पिछले कुछ सालों में सबसे अधिक प्रॉफिट दिया है। इसी के साथ आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्रिप्टो करेंसी विकेंद्रीकृत डिजिटल करेंसी है जिसका अस्तित्व केंद्रीकरण से नहीं है, साथ ही यह ब्लॉकचेन के माध्यम से कार्य करता है। जिससे कि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं होती है, जो कि क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को तय करता है।
इसी के साथ आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भविष्य में आने वाले व्यवसाय भी क्रिप्टोकरंसी के आधार पर ही संचालित किए जाएंगे। जिससे कि व्यापार डिजिटल करेंसी के माध्यम से उन्नति करेंगे। इसी के साथ इन सभी व्यापारों में धोखाधड़ी खत्म हो सकेगी। जोकि निवेशकों के लिए भी बहुत ही खास है, जिसके अंतर्गत परिदृश्य ब्यौरा रहेगा।
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क्रिप्टोकरंसी का भविष्य कैसा होगा?
यदि क्रिप्टो करेंसी के भविष्य की बात वर्तमान स्थिति को देखते हुए करें, तो क्रिप्टोकरंसी का भविष्य बहुत ही उज्जवल है। जिसके अंतर्गत निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और निवेशक निवेश करना पसंद कर रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में बिटकॉइन ने अपने निवेशकों को लखपति एवं करोड़पति बनने का सुनहरा मौका दिया है।
- क्रिप्टो करेंसी के अंतर्गत निवेश करने पर लाभ एवं हानि दोनों हैं, परंतु इसमें जो जोखिम बहुत अधिक है। इसी जोखिम को कम करने के लिए नियामक संगठन बाजार लेनदेन के अंतर्गत प्रयास कर रहा है। इसके लिए बहुत से नियमों को भी बनाया जा रहा है और कुछ क्रिप्टोकरंसी को चयनित भी करने का काम चल रहा है। जिसका लाभ भविष्य में देखने को मिलेगा, जिससे कि निवेशकों को कम जोखिम उठाना पड़ेगा।
- इसी के साथ भविष्य में व्यापार संपूर्ण रूप से विकेंद्रीकृत होगा, जिसका किसी भी सरकारी संस्था से ताल्लुक नहीं रहेगा। इससे व्यापार डिजिटल करेंसी पर निर्भर हो जाएगा। इसी के साथ जो भी कंपनी देनदारी से संबंधित है, उनके साथ किसी भी प्रकार का फ्रॉड नहीं होगा और दोनों पक्ष में तरलता बनी रहेगी। क्योंकि यह पूरी तरह से ब्लॉकचेन पर निर्भर है, जो की परिदृश्य ब्यौरा साझा करती है।
- इसी के साथ भारत अभी क्रिप्टोकरंसी व्यापार के लिए तैयार नहीं है। परंतु आने वाले भविष्य में भारत में क्रिप्टो व्यापार देखने का मिलेगा। क्योंकि इससे संबंधित कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका क्रिप्टोकरंसी के अंतर्गत अप्लाई किया जाएगा। यदि यह सफल होते हैं, तो भविष्य में उद्योग क्रिप्टो करेंसी के आधार पर विकसित होते हुए दिखाई देंगे।
- इस क्रिप्टोकरंसी विकेंद्रीकृत एवं केंद्रीकृत दोनों प्रकार से संभवतः धोखाधड़ी को समाप्त कर सकेगी। हालांकि इस स्तर पर धोखाधड़ी होना संभव नहीं है, परंतु इसको और भी अधिक सफल बनाया जा रहा है। क्रिप्टो करेंसी यहीं नहीं बल्कि फाइनेंस से संबंधित प्रत्येक एप्लीकेशन से संबंधित है, जो कि इन एप्लीकेशन को निष्पक्ष बनाने में सहायक है।
- हालांकि डिजिटल एजेंसीज भी क्रिप्टो करेंसी पर निर्भर हो रही है, क्योंकि भारतीय मुद्रा बाजार में बिटकॉइन की शुरुआत भारतीय रिजर्व बैंक के संगठन के आधार पर हुई थी। इसके पश्चात भविष्य में भारत का क्रिप्टोकरंसी को लेकर रवैया काफी अच्छा देखने को मिला है और क्रिप्टोकरंसी में भारतीय निवेशक निवेश भी कर रहे हैं। इसलिए भविष्य में क्रिप्टोकरंसी भारत को एक नए स्थान पर खड़ा करेगी।