Bihar Hari Khad Yojana : आजकल कृषि क्षेत्र में बहुत जहरीली और पावरफुल दवाइयां चल रही हैं। जिनका इस्तेमाल किसान कृषि में करता है, जिससे फसल की पैदावार अधिक हो। परंतु इन दवाओं के उपयोग से कृषि योग्य भूमि बिल्कुल नष्ट होती जा रही है। दरअसल ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह दवाईयां भूमि की ऊर्जा को नष्ट कर देती हैं।
लेकिन इस समस्या के समाधान के लिए बिहार राज्य सरकार के द्वारा बिहार हरी खाद योजना शुरू की गई है। जिसके माध्यम से भूमि को कृषि योग्य उपजाऊ और ऊर्जावर्धक बनाया जा सके। इसके लिए सरकार ढैंचा एवं मूंग जैसी ऊर्जावान फसलों पर अनुदान दे रही है। इससे फसल के साथ-साथ खेतों को भी अन्य फसलों हेतु शक्ति मिलती है।
Bihar Hari Khad Yojana क्या है?
बिहार हरी खाद योजना कृषि क्षेत्र के लिए एक बहुत ही लाभदायक योजना है। क्योंकि इस योजना के माध्यम से कृषि को फिर से जीवित किया जा सकता है। दरअसल आजकल इस्तेमाल में लाई जाने वाली खाद्य दवाएं बहुत ही जहरीली और साइड इफेक्ट वाली होती है। जिसके करण खेत की पूरी ऊर्जा समाप्त हो जाती है। ऐसा होने पर अन्य फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए और अधिक ऊर्जावान दावों की आवश्यकता होती है।
जिसके कारण कृषि योग्य खेत पूरी तरह से ऊर्जा को समाप्त कर देते हैं। परंतु ढैंचा एवं मूंग की फसल ऐसी है, जो की खेत को उपजाऊ और ऊर्जा प्रदान करती हैं। इनके माध्यम से बिना किसी खाद्य एवं दवाओं के फसलों की पैदावार को अच्छा किया जा सकता है। दरअसल यह एक प्रकार की प्राकृतिक खाद्य का कार्य करती हैं। इसलिए बिहार सरकार ढैंचा के बीज पर 90% एवं मूंग के बीज पर 80% तक का अनुदान देती है।
बिहार हरी खाद योजना का उद्देश्य
बिहार हरी खाद योजना एक प्रकार की कृषि क्रांति है, जिसके माध्यम से कृषि को बार-बार जीवंत किया जाना संभव है। इसके माध्यम से कृषि योग्य खेत उपजाऊ और ऊर्जा वर्धक बनेंगे। जिससे कि फसलों की पैदावार में बढ़ोतरी होगी। ऐसा होने पर किसानों की आय में भी बढ़त देखने को मिलेगी। जिससे कि राज्य का विकास में तेजी से हो सकेगा।
बिहार हरी खाद योजना के लाभ
- इस योजना के माध्यम से कृषि उपजाऊ और शक्ति वर्धक बनेंगी।
- इसी फसल की पैदावार में भी अधिकता आएगी।
- जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।
- इस योजना के माध्यम से सरकार ढैंचा के बीज पर 90% तक का अनुदान देगी।
- इसके अलावा मूंग के बीज पर 80% तक का अनुदान निश्चित किया गया है।
- यह योजना गरीब किसानों को फसल की अधिक पैदावार करने में अहम भूमिका निभाएगी।
- इस योजना के माध्यम से सरकार 28000 कुंटल बीज का वितरण करेगी।
- प्रत्येक किसान प्रति हेक्टेयर 20 किलो बीज को खरीद सकता है।
बिहार हरी खाद योजना हेतु पात्रता
- इस योजना के लिए व्यक्ति किसान होना चाहिए।
- किसान बिहार राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
- किसान के पास फसल हेतु भूमि होनी चाहिए।
- इस योजना का लाभ निम्न, मध्यम एवं उच्च वर्गीय सभी किसान प्राप्त कर सकते हैं।
बिहार हरी खाद योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- किसान रजिस्ट्रेशन नंबर
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट
- फोटो
Mukhyamantri Seekho Kamao Yojana Registraion
बिहार हरी खाद योजना हेतु आवेदन प्रक्रिया
- बिहार हरिकत योजना के लाभ हेतु आवेदन करने के लिए सर्वप्रथम इसकी वेबसाइट पर जाएं।
- इस वेबसाइट के होम पेज पर ढैंचा एवं मूंग के बीज हेतु रजिस्ट्रेशन का विकल्प मिलेगा।
- इस पर क्लिक करने से रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा।
- इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आवेदन कर्ता किसान को जानकारी भरकर प्रक्रिया को आगे बढ़ाना है।
- जिससे कि किसान को रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त होगा।
- इस रजिस्ट्रेशन के माध्यम से आवेदन फार्म को खोल सकते हैं।
- इस आवेदन फार्म में पूछी गई जानकारी को दर्ज करके संबंधित दस्तावेजों को अपलोड करके सबमिट कर दें।
- ऐसा करने पर फार्म आवेदन हो जाएगा। इसके पश्चात खरीदे हुए बीज पर अनुदान राशि आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।