Emergency Fund : नमस्कार दोस्तों वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति के लिए इमरजेंसी फंड बहुत ही आवश्यक है, जो कि व्यक्ति की आपातकालीन स्थिति में काम आता है। यदि आप इमरजेंसी फंड के बारे में नहीं जानते हैं और इसका इस्तेमाल कैसे करें? इसकी भी जानकारी नहीं है, तो इसीलिए इस लेख में हम आपको इमरजेंसी फंड से संबंधित सभी आवश्यक तथ्यों के बारे में बताने वाले हैं, जिससे कि आप उसका सही से उपयोग कर पाएंगे।
किसी भी व्यक्ति का जीवन सरल नहीं होता है, उसमें कभी ना कभी कठिनाईयां आ ही जाती हैं, जो कि अधिकतर फाइनेंशियल संबंधित होती हैं। इस दौरान यदि व्यक्ति के पास बचत नहीं है, तो उसे कर्ज लेना पड़ता है। जिसके कारण वह और भी अधिक बोझ में दबता चला जाता है। ऐसी स्थिति से उभरने के लिए इमरजेंसी फंड का होना बहुत आवश्यक है, जो कि व्यक्ति को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है।
Emergency Fund क्या है?
इमरजेंसी फंड एक ऐसा निवेश है, जिसके माध्यम से व्यक्ति को आर्थिक संकट में इमरजेंसी के तौर पर सहायता प्राप्त होती है। क्योंकि किसी भी व्यक्ति की आय स्रोत से लगातार धनराशि आना निश्चित नहीं होता है, कभी-कभी आय स्रोत से धनराशि आना बंद हो जाती है। जिसके कारण व्यक्ति को फाइनेंशियल कठिनाइयां होने लगती हैं। ऐसे में आपके पास इमरजेंसी फंड होना बहुत ही आवश्यक है।
क्योंकि यदि व्यक्ति का कभी भी स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो उसको नौकरी छोड़नी पड़ती है, जिसके कारण व्यक्ति सहित पूरे परिवार की फाइनेंशियल व्यवस्था बिगड़ जाती है। ऐसे में इलाज के दौरान भी धनराशि खर्च होती है। इसीलिए व्यक्ति के पास ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए पहले से ही फंड होना चाहिए, जो की इमरजेंसी फंड होता है।
इमरजेंसी फंड कितना होना आवश्यक
हालांकि इमरजेंसी फंड की यदि सीमा की बात करें तो इतना फंड होना चाहिए, जिससे कि आपके परिवार को लगभग 8 से 9 महीने तक किसी भी आर्थिक समस्या का सामना न करना पड़े। इसीलिए इस सम्बन्ध में आंकड़ों की बात करें, तो यदि कोई व्यक्ति ₹60000 महीने कमाता है तो उसका संपूर्ण खर्चा लगभग 30 से 40 हजार रुपए में हो जाएगा। जिसके पश्चात व्यक्ति ₹20000 इमरजेंसी फंड के तौर पर जमा करें, तो 9 महीने में व्यक्ति का इमरजेंसी फंड में लगभग 1 लाख 80 हजार रुपए जमा हो जाएगा। जोकि फाइनेंशियल क्राइसिस के दौरान किसी भी फैमिली के लिए बड़ी धनराशि है।
इमरजेंसी फंड का कैसे उपयोग करें
व्यक्ति को इमरजेंसी फंड का तभी प्रयोग करना चाहिए, जब उसके पास फाइनेंशियल तौर पर जमा पूंजी ना बचे और आर्थिक कठिनाइयों से घिरा हुआ हो। ऐसी स्थिति में व्यक्ति समस्याओं से उभरने के लिए इमरजेंसी फंड का उपयोग कर सकता है। हालांकि मूल रूप से नौकरी छूटने, स्वास्थ्य खराब होने, कर्ज में डूबे होने जैसी स्थितियों में इमरजेंसी फंड बहुत ही सहायक है।
इमरजेंसी फंड कैसे शुरू करें?
प्रत्येक व्यक्ति को इमरजेंसी फंड शुरू करना चाहिए, इसके लिए उसे बचत करना सीखना होगा। जिससे कि वह अपनी कमाई का लगभग 10 से 20% अमाउंट इमरजेंसी फंड में जमा कर सकें। इसी के साथ व्यक्ति को अपनी सामान्य आवश्यकताओं पर खर्चों के साथ जीवन यापन करना चाहिए, ना की लग्जरी खर्चे पर रुपए इस्तेमाल करें।
इसी के साथ इमरजेंसी फंड में निवेश प्रक्रिया को लंबे समय तक जारी रखें। जिससे कि निवेश धनराशि धीरे-धीरे एक बड़े अमाउंट में तब्दील हो जाएगी, जो कि व्यक्ति को इमरजेंसी के समय लाभ प्रदान करेगी। हालांकि ध्यान रखें कि इमरजेंसी फंड में जमा धनराशि को किसी आम कारण से नहीं निकालना है, क्योंकि इससे इमरजेंसी फंड का महत्व खत्म हो जाता है।