REITs Investment : नमस्कार दोस्तों यदि आप आरईआईटी इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक प्रकार का रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट है। जिसके अंतर्गत निवेशक धनराज निवेश करके एस्टेट में अपनी खरीदारी कर सकते हैं। यह एक प्रकार से निवेशकों के लिए आय उत्पादन स्रोत है, जिसके माध्यम से निवेशक इनडारेक्टली संपत्ति पर निवेश करके अपनी भागीदारी करते हैं।
दरअसल यह एक ऐसा निवेश है जिसमें निवेशक को खुद संपत्ति खरीदने की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि वह वित्त पोषित किए बिना ही रियल एस्टेट से रुपए कमा सकते हैं। इसको 1960 में एक कानून के द्वारा संचालित किया गया है। जोकि वर्तमान समय में निवेशों के लिए एक बहुत बड़ी कुंजी है, जिसके माध्यम से निवेशक संपत्ति में निवेश करके अपनी आय में बढ़ोतरी कर रहे हैं।
REITs Investment क्या है?
आरईआईटी एक ऐसा निवेश है, जो की छोटे निवेशकों पर खासतौर से ध्यान देता है। क्योंकि छोटे निवेशकों के लिए रियल एस्टेट को खरीद पाना बहुत ही मुश्किल होता है, इसीलिए आरईआईटी संबंधित कंपनी इन निवेशकों से रुपए इकट्ठा करके किसी एक बड़े रियल एस्टेट की खरीदारी करती हैं। जिसमें सभी निवेशकों की भागीदारी होती है, यह प्रक्रिया पूरी तरह से म्युचुअल फंड की तरह हैं। जिसके आधार पर ही निवेशकों को रियल एस्टेट में शेयर प्राप्त होते हैं।
इसी के साथ आपकी जानकारी के लिए बता दें की आरईआईटी के द्वारा खासतौर पर गगनचुंबी इमारतों, हॉस्पिटल, अपार्टमेंट कंपलेक्स जैसे पोर्टफोलियो में निवेश किया जाता है। जो कि किसी भी कंपनी के लिए एक बहुत बड़ा निवेश होता है, इसके लिए कंपनी निवेशकों से निवेश रुपए जुटाती है।
REITs Investment की विशेषताएं
रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट में धनराशि निवेश करने पर निम्नलिखित विशेषताएं प्राप्त होती हैं –
- आरईआईटी द्वारा ऐसी कंपनियों का स्वामित्व, संचालन एवं वित्त पोषण किया जाता है, जो की आय उत्पादन करती हैं।
- इसी के साथ आपको बता दें की यह निवेशकों के लिए एक स्थिर आय स्रोत है, जिसके माध्यम से उनको कम निवेश में अधिकतम लाभ प्राप्त होता है।
- आरईआईटी एक सार्वजनिक निवेश स्तंभ है, जिसमें कोई भी निवेशक धनराशि निवेश करके भागीदारी कर सकते हैं।
- हालांकि यह निवेश रियल एस्टेट निवेश से बिल्कुल विपरीत होता है, क्योंकि इसमें शेयर की तरह सभी की भागीदारी होती है।
- आरईआईटी के माध्यम से निवेशकों को बड़ी-बड़ी इमारत, सेल टावरों, डाटा केंद्रों, होटल एवं हॉस्पिटलों के साथ-साथ कार्यालय तथा गोदामों में निवेश करने का अवसर प्राप्त होता है।
REITs कैसे काम करता है?
दरअसल आरईआईटी एक म्युचुअल फंड की तरह काम करती है, जिसमें आरईआईटी कंपनी में निवेशक अमाउंट निवेश करते हैं। जिनको कंपनी के द्वारा एक बड़ी रियल एस्टेट प्रॉपर्टी पर खर्च किया जाता है, जिसके माध्यम से निवेशकों को लाभांश एवं शेयर वृद्धि के माध्यम से धनराशि प्राप्त होती है।
REITs Investment कैसे करें?
आरईआईटी में निवेश करने के बहुत से अलग-अलग तरीके हैं, जिनके बारे में नीचे साझा किया गया है –
• सार्वजनिक REITs : इस प्रकार के आरईआईटी के अंतर्गत शेयर सार्वजनिक एक्सचेंज सूची पर दर्ज होते हैं, जहां से निवेशक खरीद एवं बेंच सकते हैं।
• सार्वजनिक गैर व्यापारिक REITs : यह REITs एक्सचेंज सूची पर पंजीकृत नहीं होते हैं, जोकि सार्वजनिक व्यापार करने वाले से अधिक तरल होते हैं। इससे इन पर बाह्य व्यापार का कोई फर्क नहीं पड़ता है, जिसके कारण यह स्थिर रहते हैं।
• निजी REITs : यह एक प्रकार एक प्रकार के निजी आरईआईटी हैं, जिनको सीधे संस्थान से खरीद सकते हैं। इसीलिए इसमें किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने के चांसेस नगण्य हो जाते हैं। हालांकि इसके अंतर्गत अधिकतम निवेश करना वैद्य नहीं है।